अडानी ग्रुप के बढ़ते कारोबारी साम्राज्य को लेकर रेटिंग एजेंसी वित्त समूह की कंपनी Creditsights ने ऐसा क्या बोल दिया जिसने देश के लाखों निवेशकों को चिंता में डाल दिया है| इसके साथ ही जानेंगे कि भारत के बैंकों और प्रधानमंत्री मोदी के साथ अदानी ग्रुप के रिश्तो को लेकर रेटिंग एजेंसी ने क्या कहा है| इसके अलावा मौजूदा हालात में अडानी समूह की कंपनी में निवेशकों को निवेश करना चाहिए या फिलहाल उनसे दूरी बनाकर रहना चाहिए|

दुनिया के टॉप अमीरों में शुमार गौतम अदानी ग्रुप के बंदरगाह से लेकर पावर सेक्टर तक फैले कारोबारी साम्राज्य को लेकर रेटिंग एजेंसी फिच की कंपनी Creditsights ने गंभीर सवाल खड़े किए हैं| Creditsights ने अदानी समूह को लेकर एक रिपोर्ट जारी की है| क्रेडिट साइट्स की इस रिपोर्ट में अडानी ग्रुप को लेकर कहा गया है कि अदानी ग्रुप Deeply Overleaveraged है| प्लीज आसान भाषा में कहें तो Overleaveraged का मतलब होता है कि ग्रुप बहुत अधिक कर्ज में डूबा हुआ है| रिपोर्ट में कहा गया है कि ग्रुप आक्रामकतरीके से कारोबार कर रहा है जिससे कंपनी पर Financial दबाव लगातार बढ़ता जा रहा है, साथ ही कंपनी का कैश फ्लो भी घट रहा है|
Creditsights ने यह भी कहा कि अगर हालात बिगड़े तो कंपनी कर्ज के जाल में बुरी तरह फंस सकती है| इतना ही नहीं कंपनी डिफ़ॉल्ट भी कर सकती है और बैंकों का कर्ज चुकाने से मना भी कर सकती है|
रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि अडानी समूह ऐसे बिजनेस में कदम रख रहा है जिसमें बहुत ज्यादा पूंजी की जरूरत है| लेकिन चिंता वाली बात यह है की Promoters की तरफ से ग्रुप की कंपनी में बहुत कम पैसा निवेश किया गया है और ज्यादातर कारोबारी विस्तार कर्ज के सहारे किया जा रहा है| इन सब वजहों से कंपनी की Balancesheet काफी टाइट हो चुकी है|
Creditsights की रिपोर्ट अदानी समूह के तेजी से पहले कारोबारी साम्राज्य के बाद आई है| पिछले 5-6 सालों में अदानी ग्रुप ने अपने कारोबार का विस्तार काफी तेजी से किया है| ग्रुप का एयरपोर्ट, कोल माइनिंग, बंदरगाह से लेकर सीमेंट और ग्रीन एनर्जी सेक्टर में बड़ा दखल हो चुका है| हाल ही में समूह ने रिन्यूएबल एनर्जी से जुड़ी परियोजनाओं में 70 अरब डालर निवेश की बात कही थी| इससे पहले समूह ने सीमेंट कंपनी खरीदी थ हाल ही में कॉपर प्लांट में भी भारी निवेश का ऐलान किया है|
तेजी से अपना कारोबार फैलाने की बदौलत इस साल अदानी समूह नेटवर्थ 135 अरब डॉलर बढ़ा है| इसके साथ ही दुनिया में कारोबारी गौतम अडानी का कद भी काफी ऊँचा हो गया है| रहीसी के मामले में रिलायंस इंडस्टीज के मालिक मुकेश अंबानी को भी पछाड़ चुके हैं| गौतम अडानी उन क्षेत्रों में भी कदम बढ़ा रहे हैं जिनमें मुकेश अम्बानी का सिक्का चल रहा था| क्रेडिट साइट की रिपोर्ट ने दोनों कारोबारी घरानों के बीच जारी प्रतिस्पर्धा को लेकर भी सवाल उठाए हैं| Creditsights ने कहा है कि अडानी समूह और मुकेश अंबानी की रिलायंस इंडस्ट्री के बीच कड़ी प्रतिस्पर्धा की होड़ में गलत कारोबारी फैसले लेने का भी खतरा बढ़ता जा रहा है जिसका कंपनी पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है|